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माँ का यह स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का
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जो सर्वशक्तिमय, सर्वरूपधारी, सर्वव्यापक और सम्पूर्ण विद्याओं के प्रवक्ता हैं, उन भगवान् मयूरेश गणेश को मैं
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जो धर्म (पुण्य), प्रसिद्धि, सिद्धांत, शिष्टता, मन मोहक सुभाषित आदि गुणों के रनों को एकत्र करता
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घर पर वाणी अथवा लेखन द्वारा प्रतिशोध की अग्नि को शान्त मत करो। योद्धा शत्रु रण
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मुक्ति के लिए तो कर्म का परित्याग तथा भक्तिमय-कर्म दोनों ही उत्तम हैं। किन्तु इन दोनों