जनकश्चोपनेता च यक्ष विद्यां प्रयच्छति। अन्नदाता भयत्राता पश्चैते पितरः स्मृताः।।

जनकश्चोपनेता च यक्ष विद्यां प्रयच्छति।
अन्नदाता भयत्राता पश्चैते पितरः स्मृताः।।

जन्मदाता, उपनयन संस्कारकर्ता, विद्या प्रदान करने वाला, अन्नदाता और भय से रक्षा करने वाला- ये पांच व्यक्ति को पिता कहा गया है।

One who gives birth, one who initiates, one who imparts knowledge, one who provides food and protects from fear-these five are considered as fathers.

Share:

Leave a Comment

Your email address will not be published.

TOP