Mother One liner Sanskrit Uncategorized Woman न किञ्चिदपि कुर्वाणः सौख्यैर्दुःखान्यपोहति। तत्तस्य किमपि द्रव्यं यो हि यस्य प्रियो जनः॥ sudhir Posted on September 5, 2022 0 न किञ्चिदपि कुर्वाणः सौख्यैर्दुःखान्यपोहति। तत्तस्य किमपि द्रव्यं यो हि यस्य प्रियो जनः॥ अपनों के हेतु बिना कुछ किये
Mother मातृ देवो भवः। Mother Is Goddess sudhir Posted on May 26, 2022 0 माँ, देवताओं से भी अधिक पूजनीय है। Mother is more revered than the gods.
Mother Sanskrit जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी। sudhir Posted on May 26, 2022 0 माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी महान है। Maa and motherland are superior even to Heaven.