आकाशात् पतितं तोयं यथा गच्छति सागरम् | सर्वदेवनमस्कार: केशवं प्रति गच्छति ||
आकाश से गिरा हुआ पानी जैसे समुद्र में जाता है, उसी प्रकार किसी भी देवता को किया गया नमस्कार श्रीहरि (श्रीकृष्ण) को जाता है॥
Just as all the water falling from the sky goes into sea, similarly salutations offered to all Gods go to Sri Hari (Sri Krishna).
Can’t we say ‘gachhathu’?
यस्य यस्य परिशस्य चरणाम्बुज सन्निधी,
तत्र तत्र नमस्कार: केशवं प्रति गच्छति